सोचिए कि उस पत्रकार के घरवालों पर क्या बीतेगी जब उन्हे ये पता चलेगा कि उनका बेटा, भाई, पत्रकारिता करते हुए मारा गया और उसकी लाश को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया। उसकी आंखों में नुकीली तारें डाली गईं, उसके सिर पर लोहे की रॉड से मारा गया। क्या आप सोच सकते हैं कि ये सबकुछ कितना विभत्स रहा होगा। शायद आप, हम ये नहीं सोच सकते हैं और न ही ये सोच सकते हैं कि किसी पत्रकार के इस हाल में पहुंचने पर उसके घर वालों पर क्या बीत रही होगी। समांतर व्यवस्था है भ्रष्टाचार छत्तीसगढ़ के मुकेश चंद्राकर की हत्या आपको भारत में पत्रकारिता के उन खतरों से रूबरु कराती है जो अनदेखे हैं और बहुत हद तक अनसुने भी हैं। ये ऐसे खतरे भी हैं जिनके बारे में आमतौर पर सरकारों के जरिए आंखें बंद रखने की कोशिश की जाती है जबतक कि बहुत अधिक दबाव न बन रहा हो। मुकेश की हत्या देश में भ्रष्टाचार के उस समांतर सिस्टम के जरिए की हत्या है जिसे रोक पाना या खत्म कर पाना किसी सरकार के बस की बात नहीं लगती है।सरकारें, सरकारी अधिकारी, टेंडर, ठेकेदार और भ्रष्टाचार की ये समांनर व्यवस्था है जो पर्दे के पीछे भारत के आम नागरिक को हताश और निराश ...
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां चल रही हैं। तमाम खास लोगों को बाकायदा निमंत्रण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर जजमान शामिल होंगे और मंदिर में मूर्ति की स्थापना करेंगे। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के तीन नेताओं को निमंत्रण आया। हालांकि कांग्रेस के इन नेताओं ने इस निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है। कांग्रेस नेताओं के द्वारा राम मंदिर का निमंत्रण ससम्मान अस्वीकार किए जाने के बाद उसपर तमाम तरह के सवाल उठ रहे थे। बीजेपी ने बाकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस पर निशाना साधा। हालांकि आज कांग्रेस की ओर से इस संबंध में प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों का एक एक जवाब दिया है। कांग्रेस पार्टी को नहीं बल्कि नेताओं को आया न्योता कांग्रेस के मुताबिक राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता कांग्रेस पार्टी को नहीं बल्कि उसके तीन नेताओं को आया है। कांग्रेस पार्टी ने साफ किया है कि उसकी ही पार्टी के उत्तर प्रदेश के नेता 22 जनवरी को अयोध्या जा रहें हैं और उन्हें किसी ने नहीं रोका है। कांग्रेस न...